भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों का इतिहास रहा है. ये संबंध समय-समय पर सैन्य कार्रवाइयों के रूप में सामने आया है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों को अंजाम दिया है, जिनमें ऑपरेशन कैक्टस लिली (1971) से लेकर ऑपरेशन बंदर (2019) तक शामिल हैं. ये अभियान न केवल भारत की सैन्य शक्ति को दर्शाते हैं, बल्कि रणनीतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं.

ऑपरेशन रिडल (1965): पाकिस्तान के आक्रमण का जवाब… ऑपरेशन रिडल 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत की सैन्य प्रतिक्रिया थी, जो पाकिस्तान द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन जिब्राल्टर और ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम के जवाब में शुरू किया गया. पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते हुए घुसपैठ की और कश्मीर पर कब्जा करने की कोशिश की. इस हमले का जवाब देने के लिए भारत ने 6 सितंबर 1965 को ऑपरेशन रिडल शुरू किया.इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तानी सेना को पीछे धकेलना और लाहौर व कसूर जैसे रणनीतिक क्षेत्रों पर दबाव डालना था. (फोटोः AFP)

ऑपरेशन अब्लेज़ (1965): पश्चिमी सीमा पर रक्षात्मक रणनीति… ऑपरेशन अब्लेज़ भी 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का हिस्सा था, जिसे अप्रैल 1965 में पश्चिमी सीमा पर एक रक्षात्मक रणनीति के रूप में शुरू किया गया. भारत-पाकिस्तान सीमा, विशेष रूप से कच्छ के रण क्षेत्र में बढ़ते तनाव और छोटे-मोटे टकरावों के बाद भारतीय सेना ने इस अभियान के तहत अग्रिम जुटान (pre-emptive mobilisation) की योजना बनाई. इसका उद्देश्य पाकिस्तानी सेना की किसी भी संभावित आक्रामककार्रवाई को रोकना और भारतीय सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. (फोटोः गेटी)

ऑपरेशन कैक्टस लिली (1971): बांग्लादेश की आजादी का युद्ध… ऑपरेशन कैक्टस लिली 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसने बांग्लादेश को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित किया. यह अभियान 3 से 16 दिसंबर 1971 तक चला और इसका मुख्य उद्देश्य पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना को हराना था. इस ऑपरेशन का नाम मेघना हेली ब्रिज या मेघना नदी पार करने की रणनीति के रूप में भी जाना जाता है. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया. (फोटोः AFP)

ऑपरेशन त्रिशूल और पायथन (1971): नौसैनिक शक्ति का प्रदर्शन… 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ऑपरेशन त्रिशूल और ऑपरेशन पायथन के तहत भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर हमला किया. ऑपरेशन त्रिशूल (4-5 दिसंबर 1971) में पहली बार क्षेत्र में एंटी-शिप मिसाइलों का उपयोग किया जिसने पाकिस्तानी जहाजों और सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचाया. इन अभियानों ने पाकिस्तान की समुद्री शक्ति को कमजोर किया और भारत की नौसैनिक श्रेष्ठताश्रेष्ठता को स्थापित किया. (फोटोः डिफेंस पीआरओ)

ऑपरेशन मेघदूत (1984): सियाचिन पर कब्जा… ऑपरेशन मेघदूत सियाचिन ग्लेशियर पर भारत के नियंत्रण को स्थापित करने के लिए शुरू किया गया था. 1984 में पाकिस्तान द्वारा सियाचिन में विदेशी पर्वतारोहण अभियानों को अनुमति देने की कोशिशों के जवाब में, भारतीय सेना ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया. यह अभियान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में भारत की सैन्य उपस्थिति को मजबूत करने में सफल रहा और आज भी सियाचिन भारत के नियंत्रण में है. (फोटोः India Today)

ऑपरेशन विजय (1999): कारगिल युद्ध… 1999 में, पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों ने कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ की, जिसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन विजय शुरू किया. इस अभियान में भारतीय सेना ने ऊंची चोटियों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे घुसपैठियों को खदेड़ दिया. भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सफेद सागर के तहत सटीक हवाई हमलों के साथ समर्थन प्रदान किया. इस युद्ध में भारत की जीत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी स्थिति को और मजबूत किया. (फोटोः गेटी)

ऑपरेशन सफेद सागर (1999): कारगिल युद्ध में वायु शक्ति का प्रदर्शन… ऑपरेशन सफेद सागर (Operation Safed Sagar) 1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय वायुसेना की भूमिका का कोडनेम था. इस अभियान का उद्देश्य नियंत्रण रेखा के साथ कारगिल क्षेत्र में भारतीय चौकियों पर कब्जा करने वाले पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों को खदेड़ना था. यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में वायु शक्ति का पहला बड़े पैमाने पर उपयोग था. (फोटोः भारतीय वायुसेना)

ऑपरेशन बंदर (2019): बालाकोट हवाई हमला… 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले, जिसमें 40 जवान शहीद हुए के जवाब में भारत ने ऑपरेशन बंदर शुरू किया. 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया. इस हमले में कई आतंकवादी मारे गए और आतंकी बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा. (फोटोः गेटी)

ऑपरेशन सिंदूर (2025): पाक आतंकी ठिकानों पर भारत का हवाई हमला… 7 मई 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 लोगों की हत्या के जवाब में थी. भारतीय वायुसेना ने राफेल जेट्स और SCALP मिसाइलों का उपयोग कर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा के ठिकानों को नष्ट किया. 80 से अधिक आतंकी मारे गए. भारत ने इसे संयमित और आतंकवाद-विरोधी कार्रवाई बताया.